Life changing thoughts Self Motivation अपनी कमियों को दूर करके आप अपनी लाइफ की क्वालिटी बेहतर कर सकते हैं.You can improve your quality of life by removing your shortcomings

अपनी कमियों को दूर करके आप अपनी लाइफ की क्वालिटी बेहतर कर सकते हैं.You can improve your quality of life by removing your shortcomings

अपनी कमियों को दूर करके आप अपनी लाइफ की क्वालिटी बेहतर कर सकते हैं

आपके दिमाग में भी कंप्यूटर की तरह प्रोग्रामिंग लूप्स होते हैं. लूप एक रिपीटेड सीक्वेंस होता है जो कहीं पर पहुंच जाने या कुछ कर लेने के बाद ही रुकता है. अपनी मीटिंग रिमाइंडर का एग्जांपल लीजिए. यह प्रोग्रामिंग सीक्वेंस मीटिंग के पूरे हो जाने तक टाइम और डेट को चेक करता रहता है. यह सिर्फ एक ही एग्जांपल है आपका कंप्यूटर ऐसे सैकड़ों लूप परफॉर्म करता है ताकि आपको एक बेहतर यूजर एक्सपीरियंस मिल सके.

जब आप न्यू बोर्न थे तो आपके अंदर बस जरूरी चीजें ही थी- खाना, फ्रेश होना,रोना और सो जाना. लेकिन धीरे-धीरे आपने नई चीजें सीखी और नया लूप डेवलप किया. लगभग 3 साल की उम्र में आप एक अच्छे सेल्फ प्रोग्रामर बन गए और सैकड़ों सवाल पूछने लगे. आने वाले कुछ सालों आपके अंदर लूप्स का एक सोफिस्टिकेटेड जाल डिवेलप हो गया जो मिलकर आपकी स्किल, आदत और पर्सनैलिटी को डिफाइन करता है.

इनमें से बहुत सारी चीजें आपके अंदर आपके आसपास के इन्वायरमेंट की वजह से डिवेलप हुयी हैं. अगर आपको यह कहा जाता रहा होगा कि आप इंटेलिजेंट हैं. तो आप अपनी प्रॉब्लम के बारे में बड़ी आसानी से बात कर लेते होंगे. अगर आपके पैरेंट्स पैसों को लेकर केयरफुल रहते हैं तो हो सकता है यह क्वॉलिटी आपके अंदर भी ऑटोमेटिकली डेवलप्ड हो गई हो.

मेडिकेशन के जरिए आप पता लगा सकते हैं कि कैसे आप इन लूप्स के द्वारा कंट्रोल्ड हो रहे हैं, यह पॉज़िटिव और नेगेटिव दोनों होते हैं, नतीजतन इनका असर आपकी लाइफ क्वालिटी पर पड़ता है. लेकिन आप प्रैक्टिस के जरिए अपने नेगेटिव लूप्स को दूर कर जिंदगी को लेकर अपना नज़रिया बेहतर कर सकते हैं.

एक तरीका अपने आप से लगातार यह सवाल पूछना है कि क्यों आपके जिंदगी का कोई एक हिस्सा आपको इतनी तकलीफ दे रहा है. आप जानेंगे कि इस प्रॉब्लम की असल वजह कहीं और है, मिसाल के तौर पर, अगर आपको रात में अकेले चलने में डर लगता है तो सोचते होंगे कि यह डर अंधेरे में दूर तक ना देख पाने की वजह से है. या फिर अंधेरे में आप पता नहीं लगा सकते कि क्या कोई आपका पीछा तो नहीं कर रहा और आखिर में जाकर आप कहेंगे यह दुनिया सेफ नहीं है इसलिए अंधेरे में चलने से डर लगता है.

नेगेटिव लूप को समझने का एक दूसरा तरीका सबसे खराब सिचुएशन को इमेजिन करना है, हो सकता है आप पैसे खर्च करने को लेकर कंफर्टेबल ना हो. बुरा से बुरा क्या हो सकता है? शायद आप अपना किराया ना दे पाए, आपको घर से निकाल दिया जाए. हो सकता है आपके पास खाने-पीने की कमी आ जाए और यही सारी चीजें आपके मन में यह ख्याल बैठा देती हैं कि पैसे खर्च करना खतरनाक हो सकता है.

आगे हम जानेंगे कि कैसे इन नेगेटिव लूप से छुटकारा पाने के लिए आप पॉजिटिव लूप क्रिएट कर सकते हैं. लेकिन उससे पहले, चलिए इमैजिनेशन की पावर के बारे में थोड़ा जान लेते हैं.

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