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भागवत कथा में बांस की स्थापना क्यों की जाती हैभागवत कथा में बांस की स्थापना क्यों की जाती है

जब महात्मा गोकर्ण जी ने महाप्रेत धुंधुकारी के उद्धार के लिए श्रीमद् भागवत की कथा सुनायी थी, धुंधुकारी के बैठने के लिए कोई बांस की अलग से व्यवस्था नहीं की

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आप अपनी पत्नी के समर्थन के बिना कैसे रह पाएंगे?आप अपनी पत्नी के समर्थन के बिना कैसे रह पाएंगे?

संजय नाम का एक आदमी था।वो शहर मे अच्छी नौकरी करता था।संजय की शादी की उम्र हो चुकी थी और उसे नौकरी मिलने से वो जीवन मे settle भी हो

ये कहानी है,दो परिवारों की
(आपने उन्हे कैसे संस्कार दिए है)ये कहानी है,दो परिवारों की
(आपने उन्हे कैसे संस्कार दिए है)

जो एक ही शहर मे रहते है,लेकिन दोनो परिवारों का घर शहर के अलग अलग इलाके मे है।दोनो परिवारों मे मा,बाप,बेटा,बेटी ऐसे चार लोग रहते है।दोनो ही परिवार एक अच्छा

ऐसी सुंदरता का कोई मूल्य नहीं है।ऐसी सुंदरता का कोई मूल्य नहीं है।

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गार्ड बोला- “तब थे, अब नहीं हो। गाड़ी गेट के अंदर नहीं जाएगी”।गार्ड बोला- “तब थे, अब नहीं हो। गाड़ी गेट के अंदर नहीं जाएगी”।

एक रिटायर्ड अधिकारी को अपने ऑफिस जाने की जिज्ञासा हुई। वह अपने मन में बड़े-बड़े सपने लेकर जैसे कि :- मैं जब ऑफिस पहुंचूँगा । तो सभी अधिकारी एवं कर्मचारी

अब बताओ डिप्रेशन कैसा है ?*अब सज्जन को समझ आ गई की
उसे कोई *बीमारी नहीं*।अब बताओ डिप्रेशन कैसा है ?*अब सज्जन को समझ आ गई की
उसे कोई *बीमारी नहीं*।

डिप्रेशन ग्रस्त एक सज्जन जब 50 साल के हुए थे तो उनकी पत्नी ने सायक्लोजिस्ट का appointment लिया जो अपने शहर के बहुत प्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक भी थे । रूबरू होने

‘डर’ का सामना दोस्त की तरह करने की कोशिश करिए।‘डर’ का सामना दोस्त की तरह करने की कोशिश करिए।

‘डर’ का सामना दोस्त की तरह करने की कोशिश करिए। क्या आप भी एवरेज से बाहर निकलना चाहते हैं? क्या आप भी ऑसम बनना चाहते हैं? लेकिन आपको मालुम नहीं