क्या वो मेरे लिए उपयोगी है?” प्राचीन यूनान में सुकरात को महाज्ञानी माना जाता था. एक दिन उनकी जान पहचान का एक व्यक्ति उनसे मिला और बोला, ” क्या आप
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केवल दो शब्दों के गुण के अभाव के कारण वह जीवन भर पीड़ित रहेकेवल दो शब्दों के गुण के अभाव के कारण वह जीवन भर पीड़ित रहे
कॉमन सेंस’ एक पंडितजी के घर में उनकी पहली संतान का जन्म होने वाला था। उनका नाम पंडित विष्णुदत्त शास्त्री था। पंडितजी ज्योतिष के प्रकांड विद्वान थे और उन्होंने दाई
जब एक कुत्ते ने प्रभुश्रीरामचंद्रजी से न्याय का एक अनोखा दण्ड माँगा,भगवान इसे मठाधीश बना दिया जाए।’जब एक कुत्ते ने प्रभुश्रीरामचंद्रजी से न्याय का एक अनोखा दण्ड माँगा,भगवान इसे मठाधीश बना दिया जाए।’
जब एक कुत्ते ने प्रभुश्रीरामचंद्रजी से न्याय का एक अनोखा दण्ड माँगा,भगवान इसे मठाधीश बना दिया जाए।’ लंकाधीश रावण का वध करने के साथ ही प्रभु श्रीरामचन्द्र जी का वनवास
पाप कहां जाते हैं ? Where do sins go?पाप कहां जाते हैं ? Where do sins go?
पाप कहां जाते हैं ? . एक बार एक ऋषि ने सोचा की लोग पाप धोने के लिए सभी लोग गंगा जाते हैं। ऐसे में सारे पाप गंगा में ही
मृत्यु से भय कैसा ?मृत्यु से भय कैसा ?
राजा परीक्षित को श्रीमद्भागवत पुराण सुनातें हुए जब शुकदेव जी महाराज को छह दिन बीत गए और तक्षक (सर्प) के काटने से मृत्यु होने का एक दिन शेष रह गया,
” क्या छोटे, किराये के किसी दूसरे मकान में शिफ्ट हो रहे हो ?”” क्या छोटे, किराये के किसी दूसरे मकान में शिफ्ट हो रहे हो ?”
#कलियुग_का_लक्ष्मण…!! ” भैया, परसों नये मकान पे हवन है। छुट्टी (इतवार) का दिन है। आप सभी को आना है, मैं गाड़ी भेज दूँगा।” छोटे भाई लक्ष्मण ने बड़े भाई भरत
आज मै स्थायी हूं,बेटा बहू सब है,तो मां भी चाहिए।आज मै स्थायी हूं,बेटा बहू सब है,तो मां भी चाहिए।
💢एकअनोखा मुकदमा💢 न्यायालय में एक मुकद्दमा आया ,जिसने सभी को झकझोर दिया |अदालतों में प्रॉपर्टी विवाद व अन्य पारिवारिक विवाद के केस आते ही रहते हैं| मगर ये मामला बहुत
हरिनाथ लक्ष्मी माता की जय-जयकार करने लगाहरिनाथ लक्ष्मी माता की जय-जयकार करने लगा
हरिनाथ लक्ष्मी माता की जय-जयकार करने लगा !’ .——————————————————— समुद्र मंथन के दौरान लक्ष्मीजी से पहले उनकी बड़ी बहन ज्येष्ठा जिनका नाम दरिद्रा भी है, वह प्रकट हुई थीं.ज्येष्ठा विष्णु
भगवान की गोद में सिरभगवान की गोद में सिर
💧 *एक लड़की ने, एक सन्त जी को बताया कि मेरे पिता बहुत बीमार हैं और अपने पलंग से उठ भी नहीं सकते क्या आप उनसे मिलने हमारे घर पे
सुख दुख आते जाते रहेंगे यही तो जीवन का सार है जिसने इस मर्म को जान लिया उसका बेड़ा पार हैसुख दुख आते जाते रहेंगे यही तो जीवन का सार है जिसने इस मर्म को जान लिया उसका बेड़ा पार है
सुख दुख आते जाते रहेंगे यही तो जीवन का सार है जिसने इस मर्म को जान लिया उसका बेड़ा पार है ————————————————— अंधेरी रात में एक व्यक्ति नदी में कूद