लेकिन गलत साबित हुई तो उसे मृत्युदंड मिलेगा।
बालक ने गणना की और निकल पड़ा।
लेकिन जब वह राजदरबार में पहुंचा तो देखा एक वृद्ध ज्योतिषी पहले ही आसन जमाये बैठे हैं।
"राजन आज संध्याकाल में ठीक चार बजे वर्षा होगी।" वृद्ध ज्योतिषी ने कहा।
बालक ने अपनी गणना से मिलान किया और आगे आकर बोला,"महाराज मैं भी कुछ कहना चाहूंगा।"
राजा ने अनुमति दे दी।